पृथ्वी से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी | Earth Related Important Information in Hindi
इस लेख में पृथ्वी (Earth) से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी को बताया गया है, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से जानना ज़रूरी है। साथ ही साथ इस लेख में पृथ्वी की गतियाँ (Earth's Movements), अक्षांश व देशांतर रेखाएँ (Latitude and Longitude Lines), ज्वार-भाटा (Tide), पृथ्वी की संरचना (Earth's Structure) के बारे में भी बताया गया है। यह जानकारी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं UPSC, PSC, SSC, रेलवे, पुलिस, Navy, विद्युत विभाग, NET इत्यादि के लिए परिक्षापयोगी है।
● सर्वप्रथम पृथ्वी के इतिहास को किन बड़े भागों में विभाजित किया गया → कल्प (era)
● प्रत्येक कल्प को कृमिक रूप से किस में विभक्त किया गया → युग (epoch)
● प्रत्येक युग को किन उपविभागों में रखा गया → शक (periods)
● सेनोजोइक, मेसोजोइक, प्रोटोजोइक, आर्कियोजोइक वर्ग किससे संबंधित हैं → कल्प
● प्रीकैम्ब्रियन, कैम्ब्रियन, आर्डोविसियन, सिलूरियन, डेवोमियन, कार्बनीफेरस, पर्मियन किससे संबंधित हैं → शक
● पृथ्वी की आकृति किस प्रकार की है → जियॉड
● 17वीं शताब्दी में किसने पृथ्वी को ध्रुवों पर चपटी नारंगी के आकार (लगभग) का बताया→ आइज़क न्यूटन
● सन् 1903 में किसने पृथ्वी को नाशपाती के आकार का घोषित किया → जेम्स जींस
● जॉन हर्सेल ने पृथ्वी को कैसा बताया है → पृथ्व्याकार
● 572-500 ई.पू. सर्वप्रथम किसने पृथ्वी को गोलाकार बताया → पाइथागोरस
● पृथ्वी की ध्रुवीय परिधि कितनी है → 40,008 किमी
● पृथ्वी की विषुवतरेखीय परिधि कितनी है → 40,075 किमी
● पृथ्वी का द्रव्यमान कितना है → 5.97x1024 टन
● पृथ्वी का जलीय भाग कितना है→ 71%
● पृथ्वी का स्थलीय भाग कितना है → 29
● पृथ्वी का आयतन कितना है → 10.83 x1011 घन किमी
● पानी के घनत्व के सापेक्ष पृथ्वी का औसत घनत्व कितना है→ 5.52
● पृथ्वी की अनुमानित आयु कितनी है → 4.6 बिलियन वर्ष
● पृथ्वी का धरातलीय क्षेत्रफल कितना है → 51.1 करोड़ वर्ग किमी
पृथ्वी की गतियाँ | Earth's Movements
● पृथ्वी द्वारा सूर्य की पूर्ण परिक्रमा किया जाना किस गति का स्वरूप है→ परिक्रमण गति● पृथ्वी की परिक्रमण गति को अन्य किस नाम से जानते हैं → वार्षिक गति
● पृथ्वी का परिभ्रमण समय कितना है → 23 घंटे 56 मिनट 4 सेकेंड
● पृथ्वी की किस गति के कारण दिन और रात होते हैं→ घूर्णन गति
● पृथ्वी की घूर्णन गति को अन्य किस नाम से जानते हैं→ दैनिक गति
● पृथ्वी की सूर्य से न्यूनतम् दूरी कितनी है → 14.70 करोड़ किमी
● पृथ्वी की सूर्य से अधिकतम् दूरी कितनी है → 15.21 करोड़ किमी
● पृथ्वी की सूर्य से माध्य दूरी कितनी है→ 14.96 करोड़ किमी
● सुर्य से पृथ्वी तक प्रकाश को आने में कितना समय लगता है→ 8 मिनट, 18 सेकेंड
● पृथ्वी का सूर्य के अत्यधिक पास होना क्या कहलाता है→ उपसौर
● किस तिथि को उपसौर की स्थिति होती है → 3 जनवरी
● पृथ्वी का सूर्य से अधिकतम् दूरी पर होना क्या कहलाता है→ अपसौर
● किस तिथि को अपसौर की स्थिति होती है→ 4 जुलाई
● पृथ्वी की चंद्रमा से दूरी कितनी है → 3,84,000 किमी
● पृथ्वी की अपभू स्थिति कब होती है → 3 जुलाई
● पृथ्वी की उपभू स्थिति कब होती हैं → 3 जनवरी
● विषुवत रेखा पर घूर्णन गति कितनी हैं → 1667 किमी/घंटा
● ध्रुवों पर घूर्णन गति कितनी है → शून्य
● पृथ्वी के अपने अक्ष पर घूमते हुए घूर्णन से कौन-सा बल उत्पन्न होता है→ अपकेंद्री
● उत्तरी ध्रुव पर ध्रुवीय तारा हमेशा कितने डिग्री कोण में देखा जा सकता है → 90°
● सागर की सतह पर जहाज हमेशा क्रमशः किस ओर बढ़ता प्रतीत होता है → नीचे की ओर
● 1851 में किस फ्रांसीसी भौतिकविद् ने पृथ्वी के घूर्णन की वास्तविक तस्वीर को सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत किया → जीन बर्नार्ड लियोन फोकॉल्ट
● फोकॉल्ट ने 28 किग्रा भार की एक केनन बॉल को कहाँ 67 मीटर तार के माध्यम से लटकाया→ पेरिस के पेन्थियन
● इस यंत्र को (केनन बॉल) किस नाम से जानते हैं → फोकॉल्ट पेंडुलम
● प्रत्येक चार साल बाद फरवरी में 29 दिन होने के कारण वह वर्ष क्या कहलाता है → लीप वर्ष
● दिन में सूर्य की ऊँचाई में अंतर किस गति के प्रभाव स्वरूप होता है→ परिक्रमण गति
● ऋतु परिवर्तन होना किस गति का कारण है→ वार्षिक गति
● नक्षत्र दिवस कितनी अवधि का होता है → 23 घंटे 56 मिनट
● सौर दिवस की अवधि कितनी होती है → 24 घंटे
● 23 सितंबर वाली स्थिति को क्या कहा जाता है → शरद विषुव
● 21 मार्च वाली स्थिति को क्या कहा जाता है → बसंत विषुव
● कहाँ पर दिन-रात बराबर होते हैं→ विषुवत रेखा
● 21 मार्च से 23 सितंबर तक उत्तरी ध्रुव पर दिन की अवधि कितनी होती है → छः महीने
● 23 सितंबर से 21 मार्च तक दक्षिणी ध्रुव पर दिन की अवधि कितनी होती है→ छः महीने
● किस समय पृथ्वी के सभी स्थानों पर दिन और रात की अवधि समान (12 घंटे) होती है→ 21 मार्च, 23 सितंबर
● सूर्य की 21 जून की स्थिति को क्या कहते हैं → कर्क संक्रांति
● सूर्य की 22 दिसंबर की स्थिति को क्या कहते हैं → मकर संक्रांति
अक्षांश व देशांतर रेखाएँ | Latitude and Longitude Lines
● अक्षांश रेखाएँ कितने डिग्री तक होती हैं → 0° से 90°● दो अक्षांशों के बीच की दूरी कितनी होती है → 111 किमी
● 0° देशांतर रेखा किस स्थान से गुजरती है→ ग्रीनविच, इंग्लैंड
● विषुवत वृत्त के समांतर खींचे गए वृत्तों को क्या कहते हैं→ लघवृत्त
● वृहद् वृत्त किसे माना जाता है → भूमध्य रेखा
● 15° देशांतर पर कितने घंटे का अंतर आ जाता है → 1 घंटा
● 90° देशांतर पर कितने घंटे का अंतर आ जाता है→ 6 घंटे
● 180° देशांतर पर कितने घंटे का अंतर आ जाता है→ 12 घंटे
● 360° देशांतर पर कितने घंटे का अंतर आ जाता है→ 24 घंटे
● किसी एक मानक समय वाले क्षेत्र को क्या कहते हैं→ समय जोन
● पृथ्वी के 360° को कितने जोन में विभाजित किया जाता है → 24
● पृथ्वी के उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव के केंद्र से गुजरने वाली काल्पनिक रेखा क्या कहलाती है→ अक्ष
● ● ग्रीनविच (लंदन) से पूरब की तरफ जाने पर प्रति देशांतर कितना समय → 4 मिनट
● अलग-अलग देशों अथवा स्थानों के समय को किस रूप में व्यक्त किया जाता है → ± UTC
● अमेरिका में कितने समय जोन की व्यवस्था की गई है→ सात
● रूस में कितने समय जोन की व्यवस्था की गई है→ नौ
● ऑस्ट्रेलिया में कितने समय जोन की व्यवस्था की गई है→ तीन
● 82.5 पूर्वी देशांतर कहाँ से होकर गुजरती हैं→ शंकरगढ़ किला (मिर्जापुर)
● शंकरगढ़ से किसका निर्धारण होता है→ भारतीय मानक समय
● कितने समय में चंद्रमा पृथ्वी की एक परिक्रमा पूर्ण करता है → लगभग एक महीना
● चंद्रमास लगभग कितने दिन का होता है→ 29.5
● सबसे पुराना ज्ञात कैलेंडर कब का है → 80 ई.पू.
● सबसे पहला यूरोपियन कैलेंडर किस पर आधारित था → चंद्रकलाओं
● एक वर्ष में कितने माह होते हैं → 12 माह ¼ दिन
● प्रत्येक चौथे वर्ष को क्या कहते हैं → अधिवर्ष
● महीनों को ऋतु के अनुसार व्यवस्थित करने का तर्क किसने दिया → जुलियस सीजर
● जुलियन कैलेंडर कब से बनाया गया → 48 ई. पू.
● ग्रेगेरियन कैलेंडर ग्रेट ब्रिटेन ने कब स्वीकार किया→ 1752 ई.
● ग्रेगेरियन कैलेंडर को सोवियत रूस ने कब स्वीकार किया → 1918 ई.
● ग्रेगेरियन कैलेंडर ग्रीस ने कब स्वीकार किया → 1923 ई.
● एक कैलेंडर वर्ष की गणना किस आधार पर नियमित की जाती है → लीप वर्ष
● इजराइल का आधिकारिक कैलेंडर कौन-सा है→ यहूदी कैलेंडर
● यहूदी कैलेंडर का प्रारंभ कब से हुआ → 3761 ई.पू.
● 19 वर्ष के चक्र के आधार पर यहूदी कैलेंडर में प्रत्येक तीन वर्ष में क्या जोड़ा जाता है → 1 माह
● यहूदी कैलेंडर की तारीख को किस प्रकार निर्दिष्ट किया जाता हैं → AD एवं BCE
● लेटिन एनो डोमिनी से क्या तात्पर्य है → संसार का वर्ष
● बीफोर द कॉमन ईरा से क्या तात्पर्य है → सामान्य युग से पहले
● इस्लामिक कैलेंडर किस प्रकार का है → चंद्र पंचांग
● चंद्र पंचांग का प्रारंभ कब हुआ था → 622 ई.
● 622 ई. में पैगम्बर मुहम्मद ने मक्का से कहाँ प्रस्थान किया था→ मदीना
● मुस्लिम पंचांग कितने माह का होता हैं → 12 चंद्र माह
● कितने वर्षों का 1 चक्र होता है → 30
● परंपरागत हिंदू कैलेंडर किस पर आधारित है→ सूर्य-चंद्र
● भारत का राष्ट्रीय कैलेंडर किस पर आधारित है→ शक संवत्
● राष्ट्रीय कैलेंडर देश में कब से लागू है → 22 मार्च, 1957
● 22 मार्च, 1957 का समकक्ष दिनांक कौन-सा था → 1 चैत्र 1879
● शक् संवत् ग्रेगेरियन कैलेंडर से कितने वर्ष पहले का है→ 78
ज्वार-भाटा | Tide
जल के ऊपर उठने को क्या कहते हैं → ज्वार● जल के नीचे गिरने/पीछे हटने को क्या कहते हैं → भाटा
● पृथ्वी की किस गति के कारण दैनिक ज्वार-भाटों में समय का अंतर होता है → दैनिक गति
● सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी तीनों की एक सीध में स्थिति क्या कहलाती है→ सिजिगी/युत-वियूति
● कर्क और मकर रेखा पर उत्पन्न होने वाले ज्वार को क्या कहते हैं → अयनवृत्तीय ज्वार
● ज्वार के कितने समय बाद भाटा आता है → 6 घंटे 13 मिनट
● सूर्य ग्रहण किस दिन होता है→ अमावस्या (प्रत्येक नहीं)
● चंद्र ग्रहण किस दिन होता है→ पूर्णिमा (प्रत्येक नहीं)
● समुद्र तल से स्थल की सर्वाधिक ऊँचाई कितनी है→ 8,848 किमी
● मैरियाना ट्रैच में समुद्र तल से सागर की सर्वाधिक गहराई कितनी हैं→ 11,044 मी
पृथ्वी की संरचना | Earth's Structure
● पृथ्वी की संरचना विभिन्न परतों से किस रूप में है → प्याज के छिलकों की तरह● पृथ्वी की परतों का विकास कब हुआ→ पृथ्वी की उत्पत्ति के समय
● प्रारंभ में पृथ्वी किस रूप में थी→ गैसीय तथा तरल
● भू-वैज्ञानिकों के अनुसार पृथ्वी का ऊपरी भाग किसका बना है→ परतदार शैलों
● परतदार शैलों की औसत मोटाई कितनी होती हैं → 8.45 किमी
● इस परतदार सतह के नीचे पृथ्वी के चारों ओर कैसी दूसरी परत हैं→ रवेदार/स्फटकीय शैल
● इस परत का घनत्व कितना होता है → 2.75 से 2,90
● इस सारी परतों को किस नाम से जाना जाता हैं→ भूपर्पटी
● इसके नीचे किन शैलों से बना मैटल पाया जाता है→ सिलिकेट और मैग्नीशियम
● सिलिकेट/ मैग्नीशियम का घनत्व कितना होता है→ 3.10 से 5.00
● इस परत के बाद क्या मिलता है→ धात्विक क्रोड
● भूपर्पटी के घनत्व कितना होता है → 5.10 से 13.00
● धात्विक क्रोड सम्पूर्ण पृथ्वी का औसत घनत्व कितना है→ 5,5
● 1950 के बाद किस आधार पर पृथ्वी के औसत घनत्व के परिकलन का सिलसिला शुरू हुआ → स्पुतनिक
● पृथ्वी की प्रत्येक 100 मीटर की गहराई पर जाने पर औसत तापमान किस दर से बढ़ता है → 2° या 3° सेल्सियस
● पृथ्वी के धरातल से लगभग 100 किमी से नीचे 300 किमी जाने पर प्रति किमी कितना तापमान बढ़ता है → 2° सेल्सियस
● 300 किमी से नीचे जाने पर प्रति किमी कितना तापमान बढ़ता हैं → 1° सेल्सियस
● इस गणना के अनुसार धात्विक क्रोड का तापमान कितना है → 2000° सेल्सियस
● ज्वालामुखी के उद्गार की प्रक्रिया स्वरूप पृथ्वी के अंदर से क्या निकलता है → गर्म व तरल लावा
● लावा पृथ्वी पर किस रूप में स्थित हो जाता है → मैग्मा
● पृथ्वी के आंतरिक भाग की बनावट का स्पष्ट अनुमान लगा पाना किस कारण हुआ → भूकंप विज्ञान
● भूकंपीय लहरों का अध्ययन किस यंत्र द्वारा किया जाता है → सिस्मोग्राफ
● किस वैज्ञानिक के अनुसार भूपटल का ऊपरी भाग अवसाद निर्मित परतदार शैलों का बना है → स्वेस
● अवसाद निर्मित शैलों की परत किन पदार्थों की बनी हैं→ रवेदार शैल/सिलिकेट
● रवेदार शैल में किन खनिजों की बहुतायत होती है - फेल्सपार एवं अभ्रक
● हल्के सिलिकेट पदार्थों की बनी प्रथम परत के नीचे स्वेस ने कितने परतों की स्थिति मानी है → सियाल, सीमा, निफे
● सियाल परत की रचना किससे मानी गई है → सिलिका एवं एल्युमीनियम
● सियाल परत का औसत घनत्व कितना होता है→ 2.9
● सियाल परत की औसत गहराई कितने किमी है → 50-300
● सियाल परत में प्रमुख चट्टान कौन-सी पाई जाती है→ ग्रेनाइट
● सीमा परत की रचना किससे मानी है → बेसाल्ट आग्नेय शैल/सिलिका एवं मैग्नीशियम
● सीमा परत का औसत घनत्व कितना होता है → 2.9 से 4.7
● सीमा परत की औसत गहराई कितनी होती है → 1000 से 2000 किमी
● ज्वालामुखी उद्गार के समय किस परत से गर्म एवं तरल लावा बाहर निकलता है→ सीमा
● निफे परत की रचना किससे हुई है → निकेल एवं फेरियम
● निफे परत का औसत घनत्व कितना होता है → 11
● निफे परत का व्यास कितना है→ 6880 किमी
● वैज्ञानिक डाली के अनुसार पृथ्वी की रासायनिक बनावट के आधार पर कितनी परतें हैं→ तीन
● पृथ्वी की बाहरी परतें किससे निर्मित हैं→ सिलिकेट
● बाहरी परत का औसत घनत्व कितना है→ 3
● बाहरी परत की मोटाई कितनी है → 1600 किमी
● मध्यवर्ती परतें किससे निर्मित हैं → लोहा एवं सिलिकेट का मिश्रण
● मध्यवर्ती परतों का औसत घनत्व कितना है→ 4.5
● मध्यवर्ती परत की मोटाई कितनी है → 1280 किमी
● मध्यवर्ती परत का केंद्रीय भाग किससे निर्मित है→ लोहा
● मध्यवर्ती परत का घनत्व कितना है → 11.6
● मध्यवर्ती परत का व्यास कितना है → 7040 किमी
● अभिनव मत के अनुसार पृथ्वी के आंतरिक भाग को कितने मण्डलों में विभाजित किया गया है → 3
● पृथ्वी की मोहो परत का विषम विन्यास किसे विभाजित करता है→ क्रस्ट और मैंटल
● कन्कार्ड विषम विन्यास किसे विभाजित करता है→ ऊपरी तथा आंतरिक क्रस्ट
● विचर्ट-गुटनबर्ग का विषम विन्यास किसे विभाजित करता है → मैंटल और कोर
● रेपेडी विषम विन्यास किसे विभाजित करता है→ बाह्य और आंतरिक मैंटल
● ट्रान्जिशन विषम विन्यास किसे विभाजित करता है→ बाह्य और आंतरिक कोर
● दबाव के अंतर के कारण ऊपरी क्रस्ट का घनत्व कितना है → 2.8
● निचली क्रस्ट का घनत्व कितना है → 3.0
● मैंटल का विस्तार मोहो असंबद्धता से कितनी गहराई तक है→ 2900 किमी
● अंतरम विस्तार 2900 किमी से पृथ्वी के केंद्र यानी 6371 तक यह कितने उपभागों में विभक्त है → 2
● इन दोनों उपभागों के बीच की विभाजक सीमा कितनी गहराई पर निश्चित है → 5150 किमी
● भूपर्पटी का तत्व वजन के अनुसार ऑक्सीजन कितनी है→ 46.60%
● भूपर्पटी का तत्व वजन के अनुसार सिलिकन कितनी है → 27.72%
● भूपर्पटी का तत्व वजन के अनुसार एल्यूमीनियम कितनी है→ 8.13%
● भूपर्पटी का तत्व वजन के अनुसार लौह कितना है → 5.00%
● भूपर्पटी का तत्व वजन के अनुसार कैल्शियम कितना है → 3.63%
● भूपर्पटी का तत्व वजन के अनुसार सोडियम कितना है → 2.83%
● भूपर्पटी का तत्व वजन के अनुसार पोटैशियम कितना है → 2.59%
● भूपर्पटी का तत्व वजन के अनुसार मैग्नीशियम कितना है → 2.09%
● भूपर्पटी का तत्ववजन के अनुसार अन्य तत्व कितना है → 1.41%
● समुद्र की तलहटी में उपस्थित शैलें स्थान परिवर्तित करती हैं, किसने बताया→ हेस तथा डीज
● उपस्थित शैलों के स्थान परिवर्तन के परिणामस्वरूप उत्पन्न संवहन धाराएँ किसका निर्माण करती हैं → समुद्री संरचनाएँ
● पृथ्वी की भूपर्पटी या प्लेट के नीचे मैंटल में कहीं-कहीं किसकी अधिकता होती है → रेडियोधर्मी तत्व
● रेडियोधर्मी तत्वों के कारण उत्पन्न भूतापीय ऊर्जा किसके द्वारा ऊपर उठती → संवहनीय तरंगों
● इस ऊपर उठती बेलनाकार तरंग (प्लूम) को किसका कारण माना जाता है → प्लेट का संचलन
● प्लूम द्वारा प्लेट को पिघलाने के कारण उसके किसी किनारे को धक्का देकर वह ऊपर उठती है, इस प्रक्रियास्वरूप प्लेट किस पर तैरने लगती है → एस्थिनोफायर
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